Monday, January 18, 2016

हिमालय गौरव उत्‍तराखण्‍ड |हिन्‍दी न्‍यूस | उत्‍तराखण्‍ड


हिमालय गौरव उत्‍तराखण्‍ड |हिन्‍दी न्‍यूस | उत्‍तराखण्‍ड


Posted: 16 Jan 2016 04:55 AM PST
HANUMAN WITH RAM LUXMAN JIExeclusive Presents by; www.himalayauk.org (Latest News) दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान को भी 'हनुमान जी' शक्ति देते हैं. इसके साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा जब भी निराश होते हैं या परेशान होते हैं, उनके हाथ खुद-बखुद उनकी जेब में जाते हैं. वहां रखी चांदी की हनुमान जी की मुर्ती को हाथ में लेते हैं और उन्हें सकारात्मक शक्ति का एहसास होता है. यह मूर्ति सदा उनके पास रहती है.
यूट्यूब पर दिए गए एक ताजा इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया है कि उनकी जेब में हमेशा रहने वाली चीजों में हनुमान जी की एक मुर्ती भी रहती है. इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि इसके अलावा वे जेब में पोप की ओर से दिए गए फूल, भगवान बुद्ध, एक धातु चिप रखते हैं. इस यूट्यूब इंटरव्यू में ओबामा ने अपनी पसंदीदा फिल्म और उन लोगों के बारे में चर्चा की है जिनसे वे मिले हैं और प्रभावित हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि पहले भी ओबामा की हनुमान भक्ति की चर्चा रही है. पिछले साल जब वे जनवरी में भारत आए थे तब यह जानकारी उन्हीं की ओर से दी गई. उन्होंने कई नेताओं को वह मुर्ती खुद दिखाई भी. लेकिन, इस बार उन्होंने अमेरिका में वहां के स्थानीय लोगों के बीच इस बात को स्वीकारा है कि उनकी जेब में हनुमान की मूर्ती सदैव रहती है.
Posted: 16 Jan 2016 04:44 AM PST
Posted: 16 Jan 2016 03:32 AM PST
SSP PCपति का कत्ल कर प्रेमी के साथ संभोग किया Execlusive www.himalayauk.org
पुलिस ने चैाबीस घंटे में हत्यािकाण्डे के मामले को सुलझा report by Sanjay Pathak
रीना पति का कत्ल करने के बाद पहले तो उसने असलम के साथ संभोग किया। फिर रात में करीब तीन बजे दिनेश की लाश को जूते और जींस पहनाया। यह सब करने के बाद लाश को उठाकर अपने दरवाजे से करीब पांच कदम दूर ले जाकर गली में लिटा दिया। ताकि कोई शक न कर्रे। ज्ञात हो कि देदून में ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिसमें हत्‍यारा घर के अन्‍दर से ही था, खासकर घर की महिला ही हत्‍यारी निकली, हाल में हुए तीन मर्डर में भी घर की बहु का हाथ निकला था जिसने प्रेमी के साथ मिलकर साजिश बुनी थी,
वही देहरादून के इस हत्‍याकाण्‍ड में मीट सपलायर की हत्‍या की गुत्‍थी पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है, इस केस में भी घर के अन्‍दर ही था विभिषण, हत्‍याकाण्‍ड में कई सवाल उठ रहे थे कि शव बाहर पडा मिला तो अंदर क्‍यों रखा गया, पुलिस को तत्‍काल सूचना नही दी गयी, महिला ने झगडे की बात छुपाई थी, पुलिस को पता चल गया था कि म़तक का अपनी पत्‍नी से रात साढे ग्‍यारह बजे झगडा हुआ था, जबकि पत्‍नी कह रही थी कि वह साढे नौ बजे घर से चला गया था,
सात जन्मों का साथ निभाने का अग्नि को साक्षी मानकर संकल्प लेने वाली एक युवती ने शारीरिक सुख की चाहत में प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं, पति का कत्ल करने के फौरन बाद प्रेमी संग बिस्तर पर रंगरेलियां मनाई।  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में शुक्रवार रात को किसी ने फोन पर पुलिस को इत्तला दी कि चकशाह नगर में किसी घर के बाहर एक आदमी को कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा है और फिर वे लोग भाग गए हैं। इस पर जब पुलिस टीम पहुंची तो एक मकान से एक महिला के रोने की आवाज सुनाई दी। पुलिस ने वहां जाकर देखा कि मौके पर एक आदमी चित हालत में बेड पर मृत पड़ा है।
पूछताछ करने पर मृतक की पत्नी रीना ने पुलिस कर्मियों को एक ऐसी कहानी सुनाई कि पुलिस कर्मी सकते में आ गए और तुरत-फुरत एसएसपी तक को सूचना दे दी। महिला ने जो कहानी पुलिस को सुनाई, उसके मुताबिक, मेरे पति दिनेश देर रात तक घर नहीं पहुंचे तो मैने बाहर जाकर देखा तो मेरे पति घर के बाहर गली में गिरे पडें थे तथा उनके सिर, नाक, मुंहं से खून बह रहा था।
एसएसपी, एसपी सिटी और सीओ ने मौके पर ही एसओजी और संबंधित थाना नेहरू कालोनी की एक टीम बनाकर मामले का निस्तारण करने को कहा। मृतक दिनेश पाल की पत्नी रीना ने एक तहरीर पति की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या किए जाने के सम्बन्ध में दी।
तहरीर के आधार पर गठित टीम ने मामले की जब पड़ताल शुरू की तो महज पांच घंटे में ही परत-दर-परत खुलना शुरू हो गई। मुखविर की सूचना व इलेक्ट्रानिक तथ्यों के आधार पर मृतक की पत्नी रीना उर्फ काकी एवं उसके आशिक मोहम्मद असलम पुत्र नूरजहां अंसारी को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुला लिया। शुरू में तो दोनों खुद को अनजान बताते रहे, मगर थोडी सी सख्ती करने और क्रास पूछताछ में मामला खुल गया।
रीना और उसके आशिक असलम निवासी ग्राम जगीराह थाना मझोलिया, जिला वेतिया, बिहार ने जो कहानी बयां की, वह चौकाने वाली थी। दोनों ने बताया कि वे करीब एक-डेढ़ साल सेे एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं। तभी से दोनों के बीच शारीरिक सम्बन्ध चले आ रहे हैं। अब दोनों एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकते, इसलिए योजना बनाई कि दिनेश पाल को अपने रास्ते से हटा देगें।
बकौल रीना और असलम इसी योजना के तहत दोनो पिछले करीब एक महीने से रात के समय मौके के तलाश में रहने लगे। पंद्रह जनवरी की रात को रीना उर्फ काकी का पति दिनेश पाल समय करीब 9.00 बजे खाना खाकर बाहर चला गया। इसी बीच रीना ने अपने प्रेमी को फोन करके घर पर बुलाकर गली में छुपा दिया। रात्रि को करीब 12.00 बजे नशे की हालत में दिनेश वापस आया और बेड पर सो गया।
इसके बाद, रीना ने अपने माशूक असलम को गली से घर में बुला लिया। इसके बाद रीना ने घर में रखे लोहे के सब्बल तथा धारदार चापड़ से सबसे पहले खुद अपने पति दिनेश के सिर पर वार किया। फिर दूसरा वार असलम ने भी दिनेश पाल के सिर पर किया। दोनों प्रहार इतने जबर्दस्त थे कि दिनेश के मुंह से आवाज भी नहीं निकल सकी और उसने दम तोड दिया।
बकौल रीना पति का कत्ल करने के बाद पहले तो उसने असलम के साथ संभोग किया। फिर रात में करीब तीन बजे दिनेश की लाश को जूते और जींस पहनाया। यह सब करने के बाद लाश को उठाकर अपने दरवाजे से करीब पांच कदम दूर ले जाकर गली में लिटा दिया। ताकि कोई शक न कर्रे।
यह सब काम करने के बाद रीना ने शहर में रह रहे अपने रिश्तेदारों को फोन यह कहकर सूचना दी कि कोई उसके पति दिनेश पाल को बेहोशी की हालत में घर के गेट के आगे लिटा गया है। उसके सिर, नाक और मुंह से खून भी निकल रहा है।
पुलिस ने चैाबीस घंटे में मामले को सुलझाकर एक नया कीर्तिमान बना दिया, जबकि अमूमन राजधानी पुलिस के हाथ अक्सर या तो सूत्र बहुत देर से हाथ आते रहे हैं या फिर मामला ठंडे बस्ते में चला जाता रहा है। पुलिस ने रीना और असलम की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल सब्बल और चापर तथा खून से गंदे कपडे भी बरामद कर लिए। मामले का खुलासा करने पर एसएसपी डा.सदानंद दाते ने टीम को ढाई हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की है।
Posted: 16 Jan 2016 03:03 AM PST
MATA KAMAKHYAExeclusive Article: presents by www.himalayauk.org (Newsportal)
देवी बगलामुखी तंत्र की देवी है। तंत्र साधना में सिद्धि प्राप्त करने के लिए पहले देवी बगलामुखी को प्रसन्न करना पड़ता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार वैशाख शुक्ल अष्टमी को मां बगलामुखी की जयंती मनाई जाती है।
होगा महाभय का नाश….शत्रु मिटेंगे-मिलेगी सफलता….पुत्र,पत्नी, परिवार और संपत्ति की होगी सुरक्षा…. जीवन में हर ओर मिलेगी सफलता ही सफलता….आ गयी है शत्रु बाधा नाशक……
मां बगलामुखी जी आठवी महाविद्या हैं। इनका प्रकाट्य स्थल गुजरात के सौरापट क्षेत्र में माना जाता है। हल्दी रंग के जल से इनका प्रकट होना बताया जाता है। इसलिए, हल्दी का रंग पीला होने से इन्हें पीताम्बरा देवी भी कहते हैं। इनके कई स्वरूप हैं। इस महाविद्या की उपासना रात्रि काल में करने से विशेष सिद्धि की प्राप्ति होती है। इनके भैरव महाकाल हैं।
माँ बगलामुखी स्तंभव शक्ति की अधिष्ठात्री हैं अर्थात यह अपने भक्तों के भय को दूर करके शत्रुओं और उनके बुरी शक्तियों का नाश करती हैं. माँ बगलामुखी का एक नाम पीताम्बरा भी है इन्हें पीला रंग अति प्रिय है इसलिए इनके पूजन में पीले रंग की सामग्री का उपयोग सबसे ज्यादा होता है. देवी बगलामुखी का रंग स्वर्ण के समान पीला होता है अत: साधक को माता बगलामुखी की आराधना करते समय पीले वस्त्र ही धारण करना चाहिए.
देवी बगलामुखी दसमहाविद्या में आठवीं महाविद्या हैं यह स्तम्भन की देवी हैं. संपूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश हैं माता बगलामुखी शत्रुनाश, वाकसिद्धि, वाद विवाद में विजय के लिए इनकी उपासना की जाती है. इनकी उपासना से शत्रुओं का नाश होता है तथा भक्त का जीवन हर प्रकार की बाधा से मुक्त हो जाता है. बगला शब्द संस्कृत भाषा के वल्गा का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ होता है दुलहन है अत: मां के अलौकिक सौंदर्य और स्तंभन शक्ति के कारण ही इन्हें यह नाम प्राप्त है.
बगलामुखी देवी रत्नजडित सिहासन पर विराजती होती हैं रत्नमय रथ पर आरूढ़ हो शत्रुओं का नाश करती हैं. देवी के भक्त को तीनो लोकों में कोई नहीं हरा पाता, वह जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाता है पीले फूल और नारियल चढाने से देवी प्रसन्न होतीं हैं. देवी को पीली हल्दी के ढेर पर दीप-दान करें, देवी की मूर्ति पर पीला वस्त्र चढाने से बड़ी से बड़ी बाधा भी नष्ट होती है, बगलामुखी देवी के मन्त्रों से दुखों का नाश होता है.
पीताम्बरा की उपासना से मुकदमा में विजयी प्राप्त होती है। शत्रु पराजित होते हैं। रोगों का नाश होता है। साधकों को वाकसिद्धि हो जाती है। इन्हें पीले रंग का फूल, बेसन एवं घी का प्रसाद, केला, रात रानी फूल विशेष प्रिय है। पीताम्बरा का प्रसिद्ध मंदिर मध्यप्रदेश के दतिया और नलखेडा(जिला-शाजापुर) और आसाम के कामाख्या में है।
क्या करें बगलामुखी जयंती के दिन..???
इस दिन साधक को माता बगलामुखी की निमित्त व्रत एवं उपवास करना चाहिए तथा देवी का पूजन करना चाहिए। देवी बगलामुखी स्तंभव शक्ति की अधिष्ठात्री हैं अर्थात यह अपने भक्त के शत्रुओं और उनके बुरी शक्तियों को रोक देती हैं। देवी बगलामुखी का एक नाम पीताम्बरा भी है। इसका कारण है कि इनका रंग सोने के समान पीला है। इन्हें पीला रंग अति प्रिय है इसलिए इनके पूजन में पीले रंग की सामग्री का उपयोग सबसे ज्यादा होता है। साधक को माता बगलामुखी की आराधना करते समय पीले वस्त्र ही धारण करना चाहिए।
यह हें माँ बगलामुखी मंत्र —-
श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि।
त्रिष्टुप् छन्दसे नमो मुखे। श्री बगलामुखी दैवतायै नमो ह्रदये।
ह्रीं बीजाय नमो गुह्ये। स्वाहा शक्तये नम: पाद्यो:।
ऊँ नम: सर्वांगं श्री बगलामुखी देवता प्रसाद सिद्धयर्थ न्यासे विनियोग:।
इसके पश्चात आवाहन करना चाहिए….
ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं बगलामुखी सर्वदृष्टानां मुखं स्तम्भिनि सकल मनोहारिणी अम्बिके इहागच्छ सन्निधि कुरू सर्वार्थ साधय साधय स्वाहा।
अब देवी का ध्यान करें इस प्रकार…..
सौवर्णामनसंस्थितां त्रिनयनां पीतांशुकोल्लसिनीम्
हेमावांगरूचि शशांक मुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम्
हस्तैर्मुद़गर पाशवज्ररसना सम्बि भ्रति भूषणै
व्याप्तांगी बगलामुखी त्रिजगतां सस्तम्भिनौ चिन्तयेत्।
सामान्य बगलामुखी मंत्र —–
ऊँ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ओम् स्वाहा।
माँ बगलामुखी की साधना करने वाला साधक सर्वशक्ति सम्पन्न हो जाता है. यह मंत्र विधा अपना कार्य करने में सक्षम हैं. मंत्र का सही विधि द्वारा जाप किया जाए तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है. बगलामुखी मंत्र के जाप से पूर्व बगलामुखी कवच का पाठ अवश्य करना चाहिए. देवी बगलामुखी पूजा अर्चना सर्वशक्ति सम्पन्न बनाने वाली सभी शत्रुओं का शमन करने वाली तथा मुकदमों में विजय दिलाने वाली होती है.
जानिए श्री सिद्ध बगलामुखी देवी महामंत्र को—–
ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:
इस मंत्र से काम्य प्रयोग भी संपन्न किये जाते हैं जैसे —-
1. मधु. शर्करा युक्त तिलों से होम करने पर मनुष्य वश में होते है।
2. मधु. घृत तथा शर्करा युक्त लवण से होम करने पर आकर्षण होता है।
3. तेल युक्त नीम के पत्तों से होम करने पर विद्वेषण होता है।
4. हरिताल, नमक तथा हल्दी से होम करने पर शत्रुओं का स्तम्भन होता है।
1) भय नाशक मंत्र—–
अगर आप किसी भी व्यक्ति वस्तु परिस्थिति से डरते है और अज्ञात डर सदा आप पर हावी रहता है तो देवी के भय नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए…
ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं बगले सर्व भयं हन
पीले रंग के वस्त्र और हल्दी की गांठें देवी को अर्पित करें…
पुष्प,अक्षत,धूप दीप से पूजन करें…
रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जप करें…
दक्षिण दिशा की और मुख रखें….
2) शत्रु नाशक मंत्र—-
अगर शत्रुओं नें जीना दूभर कर रखा हो, कोर्ट कचहरी पुलिस के चक्करों से तंग हो गए हों, शत्रु चैन से जीने नहीं दे रहे, प्रतिस्पर्धी आपको परेशान कर रहे हैं तो देवी के शत्रु नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए….
ॐ बगलामुखी देव्यै ह्लीं ह्रीं क्लीं शत्रु नाशं कुरु
नारियल काले वस्त्र में लपेट कर बगलामुखी देवी को अर्पित करें….
मूर्ती या चित्र के सम्मुख गुगुल की धूनी जलाये ….
रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय पश्चिम कि ओर मुख रखें….
3) जादू टोना नाशक मंत्र—-
यदि आपको लगता है कि आप किसी बुरु शक्ति से पीड़ित हैं, नजर जादू टोना या तंत्र मंत्र आपके जीवन में जहर घोल रहा है, आप उन्नति ही नहीं कर पा रहे अथवा भूत प्रेत की बाधा सता रही हो तो देवी के तंत्र बाधा नाशक मंत्र का जाप करना चाहिए….
ॐ ह्लीं श्रीं ह्लीं पीताम्बरे तंत्र बाधाम नाशय नाशय
आटे के तीन दिये बनाये व देसी घी ड़ाल कर जलाएं….
कपूर से देवी की आरती करें….
रुद्राक्ष की माला से 7 माला का मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय दक्षिण की और मुख रखे….
4) प्रतियोगिता इंटरवियु में सफलता का मंत्र—–
आपने कई बार इंटरवियु या प्रतियोगिताओं को जीतने की कोशिश की होगी और आप सदा पहुँच कर हार जाते हैं, आपको मेहनत के मुताबिक फल नहीं मिलता, किसी क्षेत्र में भी सफल नहीं हो पा रहे, तो देवी के साफल्य मंत्र का जाप करें….
ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं बगामुखी देव्यै ह्लीं साफल्यं देहि देहि स्वाहा:
बेसन का हलवा प्रसाद रूप में बना कर चढ़ाएं…
देवी की प्रतिमा या चित्र के सम्मुख एक अखंड दीपक जला कर रखें…
रुद्राक्ष की माला से 8 माला का मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय पूर्व की और मुख रखें…
5) बच्चों की रक्षा का मंत्र—-
यदि आप बच्चों की सुरक्षा को ले कर सदा चिंतित रहते हैं, बच्चों को रोगों से, दुर्घटनाओं से, ग्रह दशा से और बुरी संगत से बचाना चाहते हैं तो देवी के रक्षा मंत्र का जाप करना चाहिए.. .
ॐ हं ह्लीं बगलामुखी देव्यै कुमारं रक्ष रक्ष
देवी माँ को मीठी रोटी का भोग लगायें…
दो नारियल देवी माँ को अर्पित करें…
रुद्राक्ष की माला से 6 माला का मंत्र जप करें….
मंत्र जाप के समय पश्चिम की ओर मुख रखें…
6) लम्बी आयु का मंत्र—-
यदि आपकी कुंडली कहती है कि अकाल मृत्यु का योग है, या आप सदा बीमार ही रहते हों, अपनी आयु को ले कर परेशान हों तो देवी के ब्रह्म विद्या मंत्र का जाप करना चाहिए…
ॐ ह्लीं ह्लीं ह्लीं ब्रह्मविद्या स्वरूपिणी स्वाहा:
पीले कपडे व भोजन सामग्री आता दाल चावल आदि का दान करें…
मजदूरों, साधुओं,ब्राह्मणों व गरीबों को भोजन खिलाये…
प्रसाद पूरे परिवार में बाँटें….
रुद्राक्ष की माला से 5 माला का मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय पूर्व की ओर मुख रखें…
7) बल प्रदाता मंत्र—-
यदि आप बलशाली बनने के इच्छुक हो अर्थात चाहे देहिक रूप से, या सामाजिक या राजनैतिक रूप से या फिर आर्थिक रूप से बल प्राप्त करना चाहते हैं तो देवी के बल प्रदाता मंत्र का जाप करना चाहिए…
ॐ हुं हां ह्लीं देव्यै शौर्यं प्रयच्छ
पक्षियों को व मीन अर्थात मछलियों को भोजन देने से देवी प्रसन्न होती है…
पुष्प सुगंधी हल्दी केसर चन्दन मिला पीला जल देवी को को अर्पित करना चाहिए…
पीले कम्बल के आसन पर इस मंत्र को जपें….
रुद्राक्ष की माला से 7 माला मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय उत्तर की ओर मुख रखें…
8) सुरक्षा कवच का मंत्र—-
प्रतिदिन प्रस्तुत मंत्र का जाप करने से आपकी सब ओर रक्षा होती है, त्रिलोकी में कोई आपको हानि नहीं पहुंचा सकता ….
ॐ हां हां हां ह्लीं बज्र कवचाय हुम
देवी माँ को पान मिठाई फल सहित पञ्च मेवा अर्पित करें..
छोटी छोटी कन्याओं को प्रसाद व दक्षिणा दें…
रुद्राक्ष की माला से 1 माला का मंत्र जप करें…
मंत्र जाप के समय पूर्व की ओर मुख रखें…
ये स्तम्भन की देवी भी हैं। कहा जाता है कि सारे ब्रह्मांड की शक्ति मिलकर भी इनका मुकाबला नहीं कर सकती। शत्रु नाश, वाक सिद्धि, वाद-विवाद में विजय के लिए देवी बगलामुखी की उपासना की जाती है।
बगलामुखी देवी को प्रसन्न करने के लिए 36 अक्षरों का बगलामुखी महामंत्र —-
'ऊं हल्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय, जिहवां कीलय बुद्धिं विनाशय हल्रीं ऊं स्वाहा' का जप,
हल्दी की माला पर करना चाहिए।
केसे करें मां बगलामुखी पूजन…??
माँ बगलामुखी की पूजा हेतु इस दिन प्रात: काल उठकर नित्य कर्मों में निवृत्त होकर, पीले वस्त्र धारण करने चाहिए. साधना अकेले में, मंदिर में या किसी सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर की जानी चाहिए. पूजा करने के लुए पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करने के लिए आसन पर बैठें चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवती बगलामुखी का चित्र स्थापित करें.
इसके बाद आचमन कर हाथ धोएं। आसन पवित्रीकरण, स्वस्तिवाचन, दीप प्रज्जवलन के बाद हाथ में पीले चावल, हरिद्रा, पीले फूल और दक्षिणा लेकर संकल्प करें. इस पूजा में ब्रह्मचर्य का पालन करना आवशयक होता है मंत्र- सिद्ध करने की साधना में माँ बगलामुखी का पूजन यंत्र चने की दाल से बनाया जाता है और यदि हो सके तो ताम्रपत्र या चाँदी के पत्र पर इसे अंकित करें.
इस अवसर पर मां बगलामुखी को प्रसन्न करने के लिए इस प्रकार पूजन करें-
साधक को माता बगलामुखी की पूजा में पीले वस्त्र धारण करना चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों में निवृत्त होकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठें। चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवती बगलामुखी का चित्र स्थापित करें। इसके बाद आचमन कर हाथ धोएं। आसन पवित्रीकरण, स्वस्तिवाचन, दीप प्रज्जवलन के बाद हाथ में पीले चावल, हरिद्रा, पीले फूल और दक्षिणा लेकर इस प्रकार संकल्प करें-
ऊँ विष्णुर्विष्णुर्विष्णु: अद्य……(अपने गोत्र का नाम) गोत्रोत्पन्नोहं ……(नाम) मम सर्व शत्रु स्तम्भनाय बगलामुखी जप पूजनमहं करिष्ये। तदगंत्वेन अभीष्टनिर्वध्नतया सिद्ध्यर्थं आदौ: गणेशादयानां पूजनं करिष्ये।
इसके बाद भगवान श्रीगणेश का पूजन करें। नीचे लिखे मंत्रों से गौरी आदि षोडशमातृकाओं का पूजन करें-
गौरी पद्मा शचीमेधा सावित्री विजया जया।
देवसेना स्वधा स्वाहा मातरो लोक मातर:।।
धृति: पुष्टिस्तथातुष्टिरात्मन: कुलदेवता।
गणेशेनाधिकाह्योता वृद्धौ पूज्याश्च षोडश।।
इसके बाद गंध, चावल व फूल अर्पित करें तथा कलश तथा नवग्रह का पंचोपचार पूजन करें।
तत्पश्चात इस मंत्र का जप करते हुए देवी बगलामुखी का आवाह्न करें-
नमस्ते बगलादेवी जिह्वा स्तम्भनकारिणीम्।
भजेहं शत्रुनाशार्थं मदिरा सक्त मानसम्।।
आवाह्न के बाद उन्हें एक फूल अर्पित कर आसन प्रदान करें और जल के छींटे देकर स्नान करवाएं व इस प्रकार पूजन करें-
गंध- ऊँ बगलादेव्यै नम: गंधाक्षत समर्पयामि। का उच्चारण करते हुए बगलामुखी देवी को पीला चंदन लगाएं और पीले फूल चड़ाएं।
पुष्प- ऊँ बगलादेव्यै नम: पुष्पाणि समर्पयामि। मंत्र का उच्चारण करते हुए बगलामुखी देवी को पीले फूल चढ़ाएं।
धूप- ऊँ बगलादेव्यै नम: धूपंआघ्रापयामि। मंत्र का उच्चारण करते हुए बगलामुखी देवी को धूप दिखाएं।
दीप- ऊँ बगलादेव्यै नम: दीपं दर्शयामि। मंत्र का उच्चारण करते हुए बगलामुखी देवी को दीपक दिखाएं।
नैवेद्य- ऊँ बगलादेव्यै नम: नैवेद्य निवेदयामि। मंत्र का उच्चारण करते हुए बगलामुखी देवी को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं।
अब इस प्रकार प्रार्थना करें-
जिह्वाग्रमादाय करणे देवीं, वामेन शत्रून परिपीडयन्ताम्।
गदाभिघातेन च दक्षिणेन पीताम्बराढ्यां द्विभुजां नमामि।।
अब क्षमा प्रार्थना करें-
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्।
पूजां चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वरि।।
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं सुरेश्वरि।
यत्पूजितं मया देवि परिपूर्णं तदस्तु मे।।
अब नीचे लिखे मंत्र का एक माला जप करें-
गायत्री मंत्र- ऊँ ह्लीं ब्रह्मास्त्राय विद्महे स्तम्भनबाणाय धीमहि। तन्नो बगला प्रचोदयात्।।
अष्टाक्षर गायत्री मंत्र- ऊँ ह्रीं हं स: सोहं स्वाहा। हंसहंसाय विद्महे सोहं हंसाय धीमहि। तन्नो हंस: प्रचोदयात्।।
अष्टाक्षर मंत्र- ऊँ आं ह्लीं क्रों हुं फट् स्वाहा
त्र्यक्षर मंत्र- ऊँ ह्लीं ऊँ
नवाक्षर मंत्र- ऊँ ह्लीं क्लीं ह्लीं बगलामुखि ठ:
एकादशाक्षर मंत्र- ऊँ ह्लीं क्लीं ह्लीं बगलामुखि स्वाहा।
ऊँ ह्ल्रीं हूं ह्लूं बगलामुखि ह्लां ह्लीं ह्लूं सर्वदुष्टानां ह्लैं ह्लौं ह्ल: वाचं मुखं पदं स्तम्भय स्तम्भय ह्ल: ह्लौं ह्लैं जिह्वां कीलय ह्लूं ह्लीं ह्लां बुद्धिं विनाशाय ह्लूं हूं ह्लीं ऊँ हूं फट्।
षट्त्रिंशदक्षरी मंत्र- ऊँ ह्ल्रीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ऊँ स्वाहा।
अंत में माता बगलामुखी से ज्ञात-अज्ञात शत्रुओं से मुक्ति की प्रार्थना करें।
जानिए माँ बगलामुखी की कथा—-
देवी बगलामुखी जी के संदर्भ में एक कथा बहुत प्रचलित है जिसके अनुसार एक बार सतयुग में महाविनाश उत्पन्न करने वाला ब्रह्मांडीय तूफान उत्पन्न हुआ, जिससे संपूर्ण विश्व नष्ट होने लगा इससे चारों ओर हाहाकार मच जाता है और अनेकों लोक संकट में पड़ गए और संसार की रक्षा करना असंभव हो गया. यह तूफान सब कुछ नष्ट भ्रष्ट करता हुआ आगे बढ़ता जा रहा था, जिसे देख कर भगवान विष्णु जी चिंतित हो गए.
इस समस्या का कोई हल न पा कर वह भगवान शिव को स्मरण करने लगे तब भगवान शिव उनसे कहते हैं कि शक्ति के अतिरिक्त अन्य कोई इस विनाश को रोक नहीं सकता अत: आप उनकी शरण में जाएँ, तब भगवान विष्णु ने हरिद्रा सरोवर के निकट पहुँच कर कठोर तप करते हैं. भगवान विष्णु ने तप करके महात्रिपुरसुंदरी को प्रसन्न किया देवी शक्ति उनकी साधना से प्रसन्न हुई और सौराष्ट्र क्षेत्र की हरिद्रा झील में जलक्रीडा करती महापीत देवी के हृदय से दिव्य तेज उत्पन्न हुआ.
उस समय चतुर्दशी की रात्रि को देवी बगलामुखी के रूप में प्रकट हुई, त्र्येलोक्य स्तम्भिनी महाविद्या भगवती बगलामुखी नें प्रसन्न हो कर विष्णु जी को इच्छित वर दिया और तब सृष्टि का विनाश रूक सका. देवी बगलामुखी को बीर रति भी कहा जाता है क्योंकि देवी स्वम ब्रह्मास्त्र रूपिणी हैं, इनके शिव को एकवक्त्र महारुद्र कहा जाता है इसी लिए देवी सिद्ध विद्या हैं. तांत्रिक इन्हें स्तंभन की देवी मानते हैं, गृहस्थों के लिए देवी समस्त प्रकार के संशयों का शमन करने वाली हैं.
माँ बगलामुखी आराधना इन बातों का रखें विशेष ध्यान/सावधानियां—
बगलामुखी आराधना में निम्न बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। साधना में पीत वस्त्र धारण करना चाहिए एवं पीत वस्त्र का ही आसन लेना चाहिए। आराधना में पूजा की सभी वस्तुएं पीले रंग की होनी चाहिए। आराधना खुले आकश के नीचे नहीं करनी चाहिए।
आराधना काल में पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए तथा साधना क्रम में स्त्री स्पर्श, चर्चा और संसर्ग कतई नहीं करना चाहिए। साधना डरपोक किस्म के लोगों को नहीं करनी चाहिए। बगलामुखी देवी अपने साधक की परीक्षा भी लेती हैं। साधना काल में भयानक अवाजें या आभास हो सकते हैं, इससे धबराना नहीं चाहिए और अपनी साधना जारी रखनी चाहिए।
साधना गुरु की आज्ञा लेकर ही करनी चाहिए और शुरू करने से पहले गुरु का ध्यान और पूजन अवश्य करना चाहिए। बगलामुखी के भैरव मृत्युंजय हैं, इसलिए साधना के पूर्व महामृत्युंजय मंत्र का एक माला जप अवश्य करना चाहिए। साधना उत्तर की ओर मुंह करके करनी चाहिए। मंत्र का जप हल्दी की माला से करना चाहिए। जप के पश्चात् माला अपने गले में धारण करें।
साधना रात्रि में 9 बजे से 12 बजे के बीच प्रारंभ करनी चाहिए। मंत्र के जप की संखया निर्धारित होनी चाहिए और रोज उसी संखया से जप करना चाहिए। यह संखया साधक को स्वयं तय करना चाहिए।
साधना गुप्त रूप से होनी चाहिए। साधना काल में दीप अवश्य जलाया जाना चाहिए।
जो जातक इस बगलामुखी साधना को पूर्ण कर लेता है, वह अजेय हो जाता है, उसके शत्रु उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाते।
Thank  you very much .
पंडित दयानन्द शास्त्री
Mob.—–09024390067 ;
Posted: 16 Jan 2016 12:25 AM PST
karishmaLogon; www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) बॉलीवुड एक्ट्रेस करिश्मा कपूर के पति और दिल्ली के जाने माने उद्योगपति संजय कपूर ने अपनी पत्नी यानी करिश्मा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने मुझसे मेरे पैसों के लिए शादी की।
करिश्मा और संजय की शादी को 11 साल हो चुके हैं और पिछले कई सालों से दोनों की शादीशुदा ज़िन्दगी में बढ़ते तनाव और झगड़ों के आरोप प्रत्यारोप लगे हैं। गुरुवार को बांद्रा के फैमिली कोर्ट में संजय कपूर ने एक नयी डायवोर्स पिटिशन फाइल करते हुए करिश्मा पर आरोप लगाया कि उनकी पत्नी करिश्मा ने बिना सोचे समझे तरीके से उनकी फैमिली प्रॉपर्टी और पैसों को अपने ऐशो आराम की ज़िन्दगी को फंड करने के लिए इस्तेमाल किया और शादीशुदा ज़िन्दगी से ज्यादा अपने बॉलीवुड करियर को ज्यादा तवज्जो दी।
संजय ने करिश्मा कपूर पर उनके बारे में गलत अफवाहें मीडिया में फैलाने का आरोप भी लगाया। पिटिशन में 11 साल की शादीशुदा ज़िन्दगी में आयी मुश्किलातों के लिए संजय कपूर ने सारा जिम्मा करिश्मा कपूर के सर मढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘करिश्मा ने अपनी पत्नी, बहू और मां होने की जिम्मेदारियां पूरी नहीं की।’
संजय और करिश्मा के दो बच्चे हैं समीरा कपूर और किआन कपूर। इनकी कस्टडी के लिए मियां बीवी के रिश्ते पहले भी तनावपूर्ण हो हुए हैं। संजय ने करिश्मा पर बच्चों को मोहरा बना उनसे पैसा ऐंठने के लिए इस्तमाल करने का भी आरोप लगाया है और कहा कि करिश्मा ने गैर कानूनी तरीके से उन्हें और उनके परिवार को बच्चों से बार बार मिलने से रोका है। विवादों में एक ट्रस्ट फंड भी है जो संजय कपूर ने बच्चों के लिए बनाया था लेकिन जिसकी सोल ट्रस्टी करिश्मा कपूर को बनाया गया। हालांकि संजय के मुताबिक, करिश्मा कपूर की यह डिमांड की उनकी बेहन करीना कपूर उनके बच्चों के ट्रस्ट फंड में सक्सेसर बनें, उन्हें मंज़ूर नही है।
करिश्मा कपूर के वकील क्रांति साथे ने करिश्मा पर लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि मीडिया में करिश्मा कपूर के खिलाफ झूठी बातें फैलाकर बच्चों के भविष्य को नकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है और अब अदालत में इस बात का फैसला होगा।
'सफल' चुनावी रणनीति बनाने में माहिर माने जाने वाले प्रशांत किशोर, पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का सहयोग कर सकते हैं. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में नरेन्द्र मोदी की सफल चुनावी रणनीति बनाने में किशोर ने अहम भूमिका निभाई थी. इसके बाद बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार के लिए काम कर उनका कद काफी ऊंचा हो गया.
सूत्रों ने कहा कि पंजाब कांग्रेस 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में उनका सहयोग ले सकती है. कांग्रेस पिछले नौ वर्षों से सत्ता से बाहर है. साथ ही अकाली-बीजेपी गठबंधन से दो बार विधानसभा चुनावों में हार चुकी है. सूत्रों ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह जल्द ही किशोर से बातचीत कर उन्हें चुनावी रणनीति की कमान सौंप सकते हैं.
अमरिंदर के करीबी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अपनी चुनावी रणनीति को इसलिए भी धारदार बना रही है कि राज्य में आम आदमी पार्टी की भी उपस्थिति है. पंजाब में राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई है. अलग-अलग नेताओं की ओर से बयान भी दिए जा रहे हैं.
के साथ ही कबीर ने मशहूर टीवी शो ‘ओपेरा’ में भी काम किया. कबीर बेदी का करियर और जिंदगी हमेशा ही भारतीय शैली से अलग रहे हैं.
Posted: 16 Jan 2016 12:22 AM PST
president-profilewww.himalayauk.org (Leading Digirtal Newsportal) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'स्टार्ट अप' अभियान की शुरूआत से पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज रात कहा कि भारत इस पर देर से ''जागा'' है और विलंब के लिए उन्होंने खुद को भी जिम्मेदार बताया और कहा कि वह पहले खुद ही प्रशासन में रहे हैं.
वही दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी नेताओं एक प्रतिनिधिमंडल के आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि इस माह की शुरुआत में हुई इस हिंसा में लाखों की भीड़ ने स्थानीय पुलिस स्टेशन को जला दिया था।
सिलिकन वैली के कुछ सीईओ के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए मुखर्जी ने कहा कि भारत को अगले दस से 15 वर्ष में दस फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि गरीबी और स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे मुद्दे का समाधान किया जा सके.
'स्टार्ट अप' अभियान का जिक्र करते हुए उन्होंने सीईओ के प्रतिनिधिमंडल से कहा, ''आपमें से कुछ ने सही कहा है कि वे (नए उद्यमी) आत्मविश्वास महसूस करते हैं, वे इसे करना चाहते हैं. यह सरकार का काम है कि उद्यमिता बढ़ाने के लिए माहौल तैयार करे. हमने काफी समय लिया है लेकिन हमने यह निर्णय किया है. हम जाग गए हैं.'' 'स्टार्ट अप' अभियान का मकसद निचले स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देना है.
छोटे उद्यमियों के लिए माहौल तैयार करने में हो रहे विलंब पर मुखर्जी ने कहा, ''मैं किसी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता. मुझे जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी क्योंकि मैं काफी समय तक प्रशासन में रहा.'' वह पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में वित्त मंत्री रहे थे.
इस पहल के लिए उन्होंने मोदी की प्रशंसा की.
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को अगले दस..पंद्रह वषरें तक दस फीसदी की दर से विकास करने की जरूरत है ताकि देश को गरीबी रेखा से उपर लाया जा सके और शिक्षा, स्वास्थ्य, ढांचागत सुविधा और नौकरियों जैसी न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके. द इंडस आंतरप्रेन्योर्स के बैनर तले सीईओ के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने भारत में पढ़ाई की लेकिन सिलिकन वैली पहुंचने के बाद ही अमेरिकी सरकार की नीतियों के कारण अच्छा काम कर सके.
उन्होंने मांग की कि भारत को निवेशकों के लिए लाल फीताशाही कम करनी चाहिए और उनका स्वागत करना चाहिए ताकि वे देश में स्टार्ट अप कंपनियों में निवेश कर सकें.
उनसे सहमत होते हुए मुखर्जी ने भारत के कई नोबल पुरस्कार विजेताओं का उदाहरण दिया और कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है.
बैठक में मौजूद इन्वेंटस कैपिटल के एमडी कंवल रेखी ने कहा, ''हममें से अधिकतर की पृष्ठभूमि व्यवसाय वाली नहीं रही लेकिन सिलिकन वैली में हम भारतीयों को व्यवसाय के लिए जाना जाता है.''
बीजेपी के इस प्रतिनिधिमंडल में सिद्धार्थनाथ, कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता होंगे, जो इस हिंसा पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की रिपोर्ट की मांग को लेकर एक मेमोरेंडम सौपेंगे।
मुलाकात का यह कदम मालदा हिंसा पर बीजेपी नेताओं और आरएसएस के बीच हुई बैठक के बाद उठाया जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि आरएसएस ने बीजेपी से यह कहा है कि ‘मालदा जैसी घटनाओं को हाईलाइट करने के लिए और अधिक सक्रियता दिखाए’।
बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने ममता बैनर्जी सरकार से 3 जनवरी को मालदा के कलियाचक में हुई हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है। पार्टी ने अपने सांसदों की एक टीम भी कलियाचक भेजी थी, लेकिन उसे वहां जाने से रोक दिया गया था। सूत्रों के अनुसार अब केंद्र मालदा के लिए कोई टीम भेज सकता है।
गौरतलब है कि राज्य में कुछ माह बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि पश्चिम बंगाल में बीजेपी अभी हाशिये पर है, लेकिन उसके नेताओं को मालदा और उसके आसपास के क्षेत्र में बड़ा फायदा होने की उम्मीद है। परंपरागत रूप से यह इलाका कांग्रेस के प्रभुत्व वाला है।
पार्टी ने अब राज्य में सोमवार से कई रैलियां करने की योजना बनाई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी अगले रविवार से शुरू होने वाली रैलियों को संबोधित करेंगे, वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह 25 जनवरी को हावड़ा में जनसभा को संबोधित करके इस अभियान का समापन करेंगे।
Posted: 16 Jan 2016 12:18 AM PST
KABIR BEDI16जनवरी 1946 को जन्मे अभिनेता कबीर के पिता बाबा प्यारे लाल सिंह बेदी लेखक और दार्शनिक थे. उनकी मां फ्रीडा बेदी इंग्लैंड के डर्बी से थीं. वह तिब्बती बौद्ध धर्म को अपनाने वाली पहली महिला थीं. कबीर बेदी ने नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की कबीर ने चार बार शादी की और उनके पूजा, सिद्धार्थ (दिवंगत) और एडम नामक तीन संतानें हुईं. www.himalayauk.org 
कबीर बेदी की चौथी पत्नी उनकी बेटी पूजा से 4 साल छोटी हैं
मनोरंजन-जगत में कबीर बेदी 1970 के दशक का एक जगमगाता नाम है. वह ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने अपनी रियल लाइफ ‘रील लाइफ’ की तरह जी है, अपने अनोखे अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता कबीर बेदी ने अपनी जिंदगी को मनचाहे तरीके से जिया, उन्होंने भारत ही नहीं, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में नाम कमाया है. वह ऐसे चुनिंदा अभिनेताओं में शुमार रहे हैं, जिन्होंने हॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और शोहरत हासिल की. कबीर बेदी ने फिल्मों, रंगमंच और टेलीविजन की दुनिया में अद्भुत कारनामों के जलवे बिखेरे हैं, वह 1970 के दशक के जाने-माने कलाकारों में से हैं.
कबीर बेदी ने अपनी बेहतरीन पर्सनैलिटी के साथ कई महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित किया, इसके चलते उनके कई लव-अफेयर्स भी चर्चित रहे हैं. मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाले कबीर बेदी ने अपनी जिंदगी में जो चाहा, वो पाया. कबीर बेदी की पहली शादी डांसर प्रोतिमा बेदी से हुई, जिससे उनकी बेटी पूजा बेदी और बेटा सिद्धार्थ हुए. प्रोतिमा से रिश्ते खराब होने के बाद कबीर तीन साल तक अभिनेत्री परवीन बाबी से अफेयर और लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर सुर्खियों में रहे. हालांकि, परवीन से उन्होंने शादी नहीं की. 1997 में सीजोफ्रीनिया नाम की बीमारी से पीड़ित उनके बेटे सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली, इस सदमे से कुछ समय बाद उनकी पहली पत्नी प्रोतिमा की भी मौत हो गई. कबीर बेदी ने दूसरी शादी ब्रिटिश फैशन डिजाइनर सुसैन हम्फ्रेस से की. दोनों का एक बेटा एडम बेदी हैं, जो एक इंटरनेशनल मॉडल हैं. एडम फिल्म ‘हैलो कौन है?’ से बॉलीवुड में शुरुआत कर चुके हैं. इसके बाद कबीर की दूसरी शादी भी तलाक में बदल गई. कबीर ने 1990 के दशक में तीसरी शादी टीवी और रेडियो प्रेजेंटर निक्की से की. 2005 में ये रिश्ता तलाक पर खत्म हुआ. दोनों के बच्चे नहीं हैं. इसके बाद से ही कबीर ब्रिटिश मूल की अभिनेत्री और मॉडल परवीन दुसांज के साथ रिलेशनशिप में थे. कुछ समय तक लिव-इन में रहने के बाद अब दोनों शादी कर चुके हैं. खास बात यह कि कबीर की चौथी पत्नी परवीन (उम्र करीब 40 साल) उनकी बेटी पूजा बेदी से भी चार साल छोटी हैं. पश्चि कबीर बेदी भारत के राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर ‘तहलका’ और ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ सहित भारतीय प्रकाशनों के लिए एक नियमित योगदानकर्ता रहे हैं. उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टेलीविजन पर भी इन विषयों पर चर्चा करते देखा जा चुका है. कबीर बेदी ने अपने जीवन में कई पुरस्कार और उपलब्धियां हासिल की हैं. उनके भारत ही नहीं, दुनियाभर में उनके कई प्रशंसक हैं. उन्होंने भारत और यूरोप में फिल्मों और विज्ञापन के लिए कई पुरस्कार जीते हैं.मी देशों में अभिनेता कबीर बेदी के करियर की शुरुआत ओ.पी. रल्हन की ‘हलचल’ से हुई, लेकिन उन्हें नाम और शोहरत यूरोप की मशहूर मिनी सीरीज सैंडोकन में काम करने के बाद मिली. कबीर ने बॉन्ड की फिल्म ‘ऑक्टोपसी’ में मुख्य खलनायक का किरदार निभाया. इस
Posted: 16 Jan 2016 12:08 AM PST
Rahul_Dovaमुंबई: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम स्थल के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में हुई नारेबाजी ने कुछ देर के लिए माहौल गरमा दिया। राहुल गांधी मुंबई के दौरे पर है। शनिवार को उनकी यात्रा का दूसरा दिन है। www.himalayauk.org (Newsportal)
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को लेकर काफी सख्त टिप्पणी की है. राहुल ने डोभाल पर निशाना साधते हुए कहा कि एनएसए का काम रणनीति बनाना है, लागू करना नहीं. लेकिन, पठानकोट हमले में एनएसए ने सरकार को भरोसे में लिये बिना ऑपरेशन को अंजाम दिया. गौरतलब है कि पठानकोट आतंकी हमले के बाद एनएसए पर विपक्ष पहले भी सवाल उठा चुका है.
इससे पहले जीएसटी बिल को लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल ने कहा कि कांग्रेस जीएसटी बिल को नहीं रोक रही है, हकीकत तो यह है कि पहले बीजेपी ही इस बिल का विरोध करती थी. अपने मुंबई के दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज विले पार्ले में नरसी मुंजी इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ के छात्रों से मुखातिब थे.
इससे पहले मुंबई दौरे के पहले दिन भी राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, मोदी सरकार सत्ता का केंद्रीकरण करने की कोशिश में लगी है. मुंबई कांग्रेस में चल रहे टकराव पर भी राहुल गांधी ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. मुंबई के मलाड इलाके में रैली कर पार्टी कार्यकर्ताओं को आपसी मेलजोल से रहने की नसीहत दी.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मुंबई के नर्सी मोंजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में छात्रों के साथ बातचीत की अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाले छात्रों से संवाद करने के लिए नरसी मोनजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज में पहुंचे। यह शिक्षा संस्थान मुंबई के गुजराती बहुल उपनगर विलेपार्ले में है। इसी शिक्षा संस्थान के पास में स्थित मिठीबाई कॉलेज के कुछ छात्रों ने अपने कॉलेज के आहाते में मोदी-मोदी के नारे लगाए। नारेबाजी के समय राहुल गांधी शिक्षा संस्थान में दाखिल हो चुके थे। चूंकि मिठीबाई कॉलेज और NMIMS करीब हैं तो मोदी के समर्थन में लगे नारों की गूंज पास में खड़े NSUI के कार्यकर्ताओं को सुनाई दी। जिसके बाद गुस्साए कांग्रेसी छात्र संघठन के कार्यकर्ताओं ने मिठीबाई कॉलेज के गेट पर धावा बोल दिया।
घटनास्थल पर इस से तनाव पैदा हो गया, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा। इस मामले में फिलहाल किसी को हिरासत में लेने की सूचना नहीं है।
राहुल गांधी की छात्रों के साथ बातचीत के मुख्य अंश :
उद्योगों और चीजों पर किसी के नाम का ठप्पा लगाना सही नहीं है। ये काम इंसानों ने शुरू किया है।
आप जो कुछ भी कर रहे हैं, आपको पता होना चाहिए कि आप क्या कर रहे हैं।
जब मैं आपकी उम्र का था और जहां आप बैठे हैं वहां बैठता था तो कई बदलावों के बारे में कई चीजें सोचता था। लेकिन अब अनुभव के साथ जानता हूं कि बदलाव आसान नहीं होते।
कृषि, उद्योग और स्टार्ट अप सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
अगर आप नेता बनना चाहते हैं और बदलाव देखना चाहते हैं तो आपको समझना होगा कि दुनिया में सभी चीजें आपस में जुड़ी हुई हैं।
मुझे याद है कि मौजूदा प्रधानमंत्री ने उस समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जीएसटी के मुद्दे पर आलोचना की थी।
Posted: 15 Jan 2016 11:57 PM PST
vijayआमिर को सबक सिखाने की तरफ संकेत
अभिनेता आमिर खान की 'असहिष्णुता' संबंधी टिप्पणी की पृष्ठभूमि में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने इशारों में कहा कि अभिनेता की आगामी फिल्म के साथ उसी तरह का 'सलूक' होना चाहिए जैसा कि शाहरुख खान की हाल ही में आई फिल्म 'दिलवाले' के साथ किया गया। हिन्दुत्व समूहों के विरोध-प्रदर्शनों से 'दिलवाले' का कारोबार प्रभावित हुआ था।
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने आमिर को सबक सिखाने की तरफ संकेत करते हुए एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि ''एक का इलाज हो गया। अब दूसरे का इलाज करने की बारी है। ‘दंगल’ का ‘मंगल’ करना है।'' उन्होंने कहा, ''जब कोई भी यह कहता है कि हमारे समाज में असहिष्णुता बढ़ रही है तो इससे मुझे हल्का गुस्सा आता है। तो उसका इलाज होना चाहिए। उसका इलाज करना बहुत जरूरी है।''
भाजपा नेता इससे पहले असहिष्णुता संबंधी शाहरुख की टिप्पणी को लेकर उन्हें 'देशद्रोही' कह चुके हैं। विवाद बढ़ने पर उन्होंने अभिनेता के खिलाफ टिप्पणी वापस ले ली थी।
इससे पहले भाजपा के एक दूसरे महासचिव राम माधव ने आमिर की 'असहिष्णुता' संबंधी टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा था कि वह देश की प्रतिष्ठा को लेकर केवल ऑटो रिक्शा चालकों का ही नहीं बल्कि अपनी पत्नी का भी ज्ञान बढ़ाएं।